कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के 12 लोकसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. छिंदवाड़ा सीट से कांग्रेस ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को प्रत्याशी बनाया है. इसके साथ ही कमलनाथ खुद छिंदवाड़ा विधानसभा सीट से मैदान में होंगे.
छिंदवाड़ा के अलावा कांग्रेस ने सागर से प्रभुसिंह ठाकुर, दामोह से प्रताप सिंह लोढ़ी, सतना से राजा राम त्रिपाठी, रेवा से सिद्धार्थ तिवारी, सिधि से अजय सिंह राहुल, जबलपुर से विवेक तन्खा, मंडला से कमल मारावी, देवास से प्रह्लाद तिपानिया, उज्जैन से बाबूलाल मालवीय, खरगोने से डॉ. गोविंद मुजालदा और खंडवा से अरुण यादव को प्रत्याशी बनाया है.
कांग्रेस की इस लिस्ट सबसे अहम सीट छिंदवाड़ा है. छिंदवाड़ा को सीएम कमलनाथ का गढ़ कहा जाता है. वह साल कमलनाथ 1980 से लेकर 1991 तक हुए 3 चुनावों में जीत हासिल किए. इसके बाद 1996 में हवाला कांड में नाम आने के कारण कांग्रेस ने कमलनाथ को टिकट न देकर उनकी पत्नी अलकानाथ को मैदान में उतारा. यह चुनाव अलकानाथ जीतने में कामयाब रहीं.
इसके एक साल बाद 1997 में हुए चुनाव में कमलनाथ मैदान में उतरे, लेकिन हार गए. हालांकि, 1998 के चुनाव में कमलनाथ में जीते. इसके बाद से लगातार पांच चुनाव वह जीतते आ रहे हैं. 2014 का चुनाव कमलनाथ करीब 1.16 लाख वोटों से जीते थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद कमलनाथ ने सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया. अब वह छिंदवाड़ा विधानसभा सीट से मैदान में होंगे, जबकि छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से उनके बेटे नकुल नाथ पर पिता की विरासत को बढ़ाने का जिम्मा होगा.